पूर्ववर्ती या नए फंडों का चुनाव

पूर्ववर्ती फंडों में निवेश करने का फायदा यह है कि ये पिछले प्रदर्शनों एवं पोर्टफोलियो के आधार पर निवेशक को फैसला करने की अनुमति देता है। नए फंडों की बात की जाय तो यह स्पष्ट है कि इनका कोई पोर्टफोलियो नहीं होता है।

म्युचुअल फंड रिसर्च फर्म -  वैल्यू रिसर्च के मुख्य कार्यकारी अधिकारी , धीरेंद्र कुमार का कहना है, यह हमेशा बेहतर होता है कि किसी योजना के बारे में पूरी तरह अनभिज्ञ होने की बजाय किसी ऐसी योजना का चुनाव किया जाना चाहिए जिसे लोग जानते हैं।

हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि नए फंडों को पूरी तरह से अनदेखा कर दिया जाय। वित्तीय नियोजन कंपनी ट्रांसेंड इंडिया के निदेशक, कार्तिक झवेरी का कहना है, फंड हाऊस की पूर्ववर्ती योजनाओं की ओर देखें।

साथ ही नया ईएलएसएस भी अच्छा हो सकता है, यदि फंड हाऊस पहले से ही इस कारोबार में है और इसकी पूर्ववर्ती योजनाएं अच्छा कर रही हैं।